Thursday, September 3, 2015

"हो यी है वहीं जो राम रचि राखा .

"हो यी है  वहीं जो राम रचि राखा .
रामगोपाल साहब ,आप राम भी हैं और गऊपाल भी.इसीलिए तो यादव हैं .आप अगर इतने योग्य होते तो विश्वविद्यालय में ही पड़े रहते .आप को निशान की चिंता है जबकि आप मुलायम और अखलेश के निशान पर ही पल रहे हैं..मुलायम नहीं तो समाजवादी पार्टी नहीं.आप  को इतिहास का ज्ञान नहीं है.निशान आते और चले जाते हैं.कांग्रेस की दो बैलों की जोड़ी ,गायका   बछड़ा,और अब हाथ का पंजा .आप को निशान की चिंता है.यह निशान लोकसभा के चुनाओ में कहाँ था.आप को देश की चिंता नहीं है.मुलायम का और उन्ही जैसे लालू,नितीश,शरद यादव ,सोनिआ गांधी ,शिवपाल यादव का एक मंच पर आने का अर्थ देश   की अखंडता को बहाल करना था.आप ने इस नाव  में छेद करने का रोल अदा किया है.आप की छूट हम सभी देख रहे हैं.आप के बिहार समर्थक यादव (मेढ़क)का वही अंजाम होगा जो मांझी का और राम विलाश   पासवान का हो रहा है.आप की नीति से मुलायम और सपा को बड़ी हानि होरही है  .आप उत्तर प्रदेश को छोड़कर भारत के किसी और कोने में सफर   करें तो आप की हैसियत पता चले गी.आप ने तुलसी दस की यह  चौपाई के अंश का मर्म समझें
"हो यी है  वहीं जो राम रचि राखा ."से सीख लीजिये.सपा में आप की मौजूदगी  नुकसान पहुंचारही है.हाथ धर्मी को छोड़े . #AAJ TAK,#ABPNEWS,#NEWS 24,#NDTV,#FOCUS NEWS,#NEWS TODAY,#NDTV24X7,#TIMES NOW,#NEWSX,#INIDA TODAY,#RSS,#BJP,#SP,#BSP,#TDP,#ALL INDIA CONGRESS,#CPIM,#JDU,#RJD.



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