दया +शंकर + सिंह
:भारतीय जनता पार्टी
में जब नहीं रहे तो बी
.ज .प का
उनसे और उनके परिवार जनो से प्रेम समझ में नहीं आने वाला .इस धकंम धुक्का
में किया राजनीत
और नैतिकता है ? इनकी नैतिकता तो कब की जा चुकी !
राजगद्दी तो प्i ली वह भी#
मोदी महाशय दोवारा
अग्निबाण ,वायु दूत ,भारतीय
सिनिमा के परदे से उद्धृत
बनावटी और काल्पनिक
हैं .इन शक्तियों को केवल बच्चे ही इमांन लi सकते हैं
अथवा बुध्द बिहीन
प्राणी .अब तो कुछ बचा ही नहीं
अगर इन की सेना में केवल असुर और महाभिमiनी ही शेष रहगये हैं .
कलयुग में सभी दल इस सुख को अच्छी तरह भोगरहे
हैं .राम चरित्र मानस के दोहे तो दिखाई ही नहीं देते
.इन्हें केवल गiय ;जिन्दा
मुर्दा और इनके प्रेमी संगठन ही आगे दिखाई देते हैं
.
......... के बीच की खाई कपोल कल्पित
योजनाओं से नहीं चरितार्थ होती हैं
. सत्य की ही विजय होती है
.

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