Monday, February 20, 2017

आखिर बात निकल ही आयी 1 मुंह में राम बगल छूरी 1 पक्ष में चुनाव परिणाम जरुरी

बस जरुरी तो जीत जरुरी,और विभाजन की गीत जरुरी
रघुकुल रीत सदा चल आयी 1
प्राण जाय परबचन न जाई 1
आखिर बात निकल ही आयी 1 मुंह में राम बगल छूरी 1
पक्ष में चुनाव   परिणाम जरुरी
गांव गांव में शहर शहर में अब समशान जरुरी
क़ब्रिस्तान में दफ़न मुल्ला अनुयायी  
 दफन जरुरी ,न कफ़न जरुरी ,मत पेटिका में कमल जरुरी  
न शमशान जरुरी ,पर शान जरुरी,मतदान जरूरी  
न राम जरुरी ,नाकाम जरुरी ,पर जात जरुरी ,
पात जरुरी ,धर्म जरुरी ,  कुकर्म जरुरी परमतपेटिका में कमल जरुरी 
न राष्ट्र जरुरी ,न देश जरुरी ,गर जरुरी तोसमशान
न प्रीत जरुरी ,न रीत जरुरी ,पर विभाजन गीत जरुरी
न तुर्क जरुरी,नहिंदू ,न ही हिंदुस्तान जरुरी, पर मतपेटिका में कमल जरुरी
बस जरुरी तो जीत जरुरी,और विभाजन की गीत जरुरी
 न गाय  जरुरी, न भैंस जरुरी ,बस शाशन की बाघ जरुरी  
मतपेटी में कमल निशान जरुरी
 न रोजा,न रमजान जरुरी इस में क्यों  प्रकाश जरुरी
दिवाली में क्यों अंधकार जरूरी ,समशान में क्यों राख़ जरुरी
मतदान में क्योंकमल जरुरी.बस जरुरी तो जीत जरुरी,
           और विभाजन की गीत जरुरी

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