बस जरुरी तो जीत जरुरी,और विभाजन की गीत जरुरी
रघुकुल रीत सदा चल आयी 1
प्राण जाय परबचन न जाई 1
आखिर बात निकल ही आयी 1 मुंह में राम बगल छूरी 1
पक्ष में चुनाव परिणाम जरुरी
गांव गांव में शहर
शहर में अब समशान जरुरी
क़ब्रिस्तान में दफ़न
मुल्ला अनुयायी
दफन जरुरी ,न कफ़न जरुरी ,मत पेटिका में कमल जरुरी
न शमशान जरुरी ,पर शान जरुरी,मतदान जरूरी
न राम जरुरी ,नाकाम जरुरी ,पर जात जरुरी ,
पात जरुरी ,धर्म जरुरी , कुकर्म जरुरी परमतपेटिका
में कमल जरुरी
न राष्ट्र जरुरी ,न देश जरुरी ,गर जरुरी तोसमशान
न प्रीत जरुरी ,न रीत जरुरी ,पर विभाजन गीत जरुरी
न तुर्क जरुरी,नहिंदू ,न ही हिंदुस्तान जरुरी, पर मतपेटिका में कमल जरुरी
बस जरुरी तो जीत जरुरी,और विभाजन की गीत जरुरी
न गाय जरुरी,
न भैंस जरुरी ,बस शाशन की बाघ जरुरी
मतपेटी में कमल निशान
जरुरी
न रोजा,न रमजान जरुरी ,
इस में क्यों प्रकाश जरुरी
दिवाली में क्यों
अंधकार जरूरी ,समशान में क्यों राख़ जरुरी
मतदान में क्योंकमल
जरुरी.बस जरुरी तो जीत जरुरी,
और विभाजन की गीत जरुरी

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