शशिकला अथवा शशिकलह :तमिल नाडु में महिला वर्चश्व
की अंतिम परीक्षा
.
शशि कला के मुख तो है लेकिन बोलने के लिए नहीं
.शशि ने
होंठ सिल लिए हैं
.ये खुलते नहीं .डस ते हैं
.हाव् भाव से शशि नागिन सामान की गुण में दिखती
हैं .तमिल नाडु में पुरुषों का सूर्य अस्त .तमिल भाईयों
को इस शख्शियत
का आना मुबारक
हो .आप हाथ जोड़कर नमस्कार करते रहें और वेतन को भोगते रहिये .यही आप का योगदान हो सकता है.

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