§ प्रिय मित्र
आप यह बताएं की यह फॉर्मूले किसने ईजाद किया ?" न खाऊं गए न खाने दूंगा
.भारत के
किस चिंतक ,प्रचारक और उद्घोषक
का है ?
·
किया वाक़ई आप को नहीं मालूम
है ?
§ नहीं .
§ आप भी बे वकफूफ हैं
.आप ने
#अरनब गोस्वामी
से कियों संपर्क
नहीं साधा ?
·
उस के मुँह में छूट बोलने का कैंसर का रोगी है .
§ अच्छा मैं बताता हूँ ,यह शोशा भारत के वर्तमान
प्रधान मंत्री का है
.
·
आप को पता है ऐसा कियों कहा ?
"खाएंगे
तो जाएं गे
न
खाएं गए तो नहीं जाएं गे
नखाने दे गे नहीं जाएं गे ."
§ कहाँ ?
§ वहीँ जहाँ सभी हर रोज़ सुबह तो अवश्य ही जाते हैं
_
स्वक्छ सौचालय
·
किया अब भी इन की आवश्यकता रहगयी है
?
·
नहीं
·
.खाने नहीं दे गे तो जाने भी नहीं देंगे न रहे गए बन न बजेगी बांसुरी..
शौचालय की आवश्यकता भी नहीं
इस लिए महगाई बढ़ा दी है .लोग न खरीदे गे न खाये गे और NA ही शौचालय जाएं गे .
·
सारा बुगट कार्यालय बनाने में और सरकारों के पेट में.

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