५६ इंच सीना में शक्ति का आभाष तो होता है , लेकिन देश को निर्विवाद
चलाने की योगयता है तो नेकनियति और पवित्र
हिरदये और बुद्धि
की आवश्यकता होती है .धोंकी भाषण से प्रजा को गुमराह
नहीं किया जाना चाहिए .
सवाल
( !)गुजरात में फेक एनकाउंटर
शाहब उद्दीन और उसकी पत्नी को ले कर ततकालीन गृहमंत्री
#अमित शाह का किया कहना है ? (२)तत्कालीन मुख्यमंत्री #नरेंद्र मोदी का किया बयान है?(३)गीता और गंगा की शपथ ले कर वयान दे सकते हैं की
इन का हाथ नहीं है?(४)किया उस समय तब
इनसे इन
के अधिकारी डरते थे
? .(५)किया अब इनके कार्यालय के अधिकारी ठेंगा दिखा रहे हैं
.(६)किया यह स्वाभाविक नहीं है की ये
नैतिक रूप से सड़े व्यक्ति नहीं हैं हैं?
(७) नीरव मोदी (निर्भय मोदी)जिसने
इन को खिलाया
है तो खाएं गे
.(8) किया इनके सह योगी इनका साथ तब तक दें गे जब तक इन के थन में दूध है
.इन का
दूध इनके ज़ुबान से ज़हर बनकर छूट के मार्ग से होता हुवा क्षीर नीर के रूप में अवतरित होता है? (9)आज ही #मोहन भगवत ने रैली करके मीरुत में 2
लाख भीड़ जुटा कर दिखाई
.इन को
डरने वाले इनकी नहीं सुनते ,बैंकों
ने ठेंगा दिखाया
.(10)RBI ने नोट गिनने से इंकार करदिया.
(11).#अरुण जैटली ने यह कहने से फ़िलहाल इंकार करदिया है की UPA
सरकार को PNB
घोटाले में होने से इंकार करदिया
है .

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