Thursday, August 9, 2018

,कैसा# रेलमंत्री चाटुकार ,सब की ऐसी की तैसी ...........ने को मिली

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कैसी  सरकार ,कैसा  #रेल  मंत्रालय , कैसी  परीक्षा  ,  ,कैसी   बेहूदा  ब्यवस्था    ,परिक्षर्तियों  का  आना  जाना  ,उनकी  अनगिनत व्यथा  #राज्य  सभा  की  विजय  के जश्न में मदमस्त #प्रधान का ध्यान ,कैसा# रेलमंत्री चाटुकार ,सब  की  ऐसी  की  तैसी  देखने को मिली .अगर  थोड़ी  भी  शर्म  है  तो  तियगपत्र  दें  #पियूष  गोयल  .लगता  है  मानसिक  रोगियों  ने  इम्तेहान  की  बाग़  डोर  समली  है .
विशाल  काय   पत्थरों  के  दिल्ली  में  बाराती  बन  कर  हमारे  पापों  की  राश  लीला  रचाएंगे
 प्रिय  #मोदी साहब  यह  जो  बारिश  और  बादल  फट रहे    वह  भी  पहाड़ों  के  विशाल  काय   पत्थरों  के  दिल्ली  में  बाराती  बन  कर  हमारे  पापों  की  राश  लीला  रचाएंगे .दुन्या  देखती  रह  जाएगी   .आप कितने हमारे शुभ चिंतक है की हिमाचल प्रदेश ,केरला ,मध्य प्रदेश ,उत्तर प्रदेश के नागरिकों को भगवान भरोसे छोड़ दिया गया है.आपके चंद ही डिजास्टर सेवक देखे.कितनो ने जान खोयी हैं इस की गिनती करने वाले भी नहीं रहे आप आंकड़े प्रस्तुतकरदेंगे और सैफ्रॉन सुशोभित पैकेट्स फोटो के साथ समाचार पत्रों में निकाल दिए जायेंगे इन के भाई के मुखिया जो आप के पालेह में पहुँच गए हैं.
मानसिक और शारीरिक रूप से   निष्क्रिय किया गया
ये  विद्यार्थीगण  जिन्ह   तरह  ,तरह  से  प्रताड़ित मानसिक और शारीरिक रूप से   निष्क्रिय किया गया .उनके  खाने , पीने  की , उनके  ठहरने ,सामानों  को  को परीक्षा  केंद्रों  पर  रखने की  ,ऊके सेल फ़ोन को रखने की लीला हमसब खूब देखि देखि  ,उन  को  लूट  से  बचाने  की  कोई  प्रयास  किया  गया ?आरएसएस  की सेना कहाँ चालीगयी थी ,अखिल भरिया विद्यार्थी के लोग क्या   कर रहे थे उनकी बढ़ चढ़ कर बातें  करने का ,  संकट में सहायता कहाँ दिखा .  याद  रखें  २०१९ ,में  इस  का  उत्तर  देंगे .

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