Monday, May 5, 2014

कुत्ते की पुंछ में चाहे जितना देसीघी लगएंफिर्भी वह टेढ़ी की टेढ़ी ही रहे गी .

कुत्ते की पुंछ में चाहे जितना देसीघी लगएंफिर्भी वह टेढ़ी की टेढ़ी ही रहे गी .

मोदी भाई रामराज्य का सपना कैसे दिखा रहे है?  राम्राज्जय का इतिहास बता सके .भाजपाईयों को चुनौती देता हूँ  की यह सभी राम्राज्जया पर स्वेत  पत्र जारी करने  ka सiहस करे   .कया  हम Ramraj  वापस लासकते हैं ?यह सुनकर आस्चर्य    हुवा  की मोदी राम की भूमि पर आएं हैं.कया राम चन्द्र कण कण में नहीं है.kiya  राम  सर्वसक्तिमान    नहीं हैं? मोदी ने राम का कद छोटा किया है.कया रामभक्त अब रामको छोड़ कर मोदी के भक्त हो गए हैं.भीड़ का भय भीड़ का प्रदर्शनी बसों में कारों में लगे नाम प्लेट गवाह हैं.

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