Friday, February 27, 2015

छूटे व्यक्ति के सच का जनाज़ा निकलना शाश्वत सत्य है .

छूटे    व्यक्ति  के  सच  का  जनाज़ा  निकलना  शाश्वत  सत्य    है .यह  व्यक्तित्त्व  का  इतना  गंभीर  कैंसर  है  की  यह  उस  व्यक्ति  को  मृत्यु  प्राय  कर  देता  है .यह  नहीं  की  वह  व्यक्ति  सच   नहीं  बोलता  है  ,वह  अपने  छूट  से  कही  ADHIK  सच  बोलता  है ,लेकिन  अगर  उस  की  बुन्याद  छूट  पर   बन  गयी  तो  सारा  सच  उस  के  छूट  ने  खा रखा      होता  है .

मोदी   और  उनके  कंपनी  ने  छूट  की   बारिश  कर  के के  अपने  सच  की  अर्थी  निकाल दी    है . अब  उनकी  सच  पर  तालियां   शायद  ही  बजती   है .मोदी  ने  आज  लोक  सभा  में  सच्ची  बांटें  की  किन्तु  बहुत  देर  बाद .वह  भी  आधे  अधूरे  मन  से  .कांग्रेस  मुक्त  बहरत  तो    बन  सका  ,सोनिआ  और  राहुल  मुक्त  भी    हो  सका .मनरेगा  योजना   ओन  के  गले  नहीं  उत्तर  रही  है .वह  कांग्रेस  सरकार   (UPA) विनाश  अस्तम्भ  की   संज्ञा  देना  बेहतर  समझा  जब  की   UPA  सरकार  तथा   अंन्य  जानकर  इस  स्कीम  को  विकाश  अस्तम्भ्ा  की  संज्ञा  देती  रही  है .जिन   विषयों  की   तरफ  MODI  साहेब  ने  पर्वचन  दिया  है  वह  सरकार  की  नहीं  सरकारी   कर्मचारियों  की  का  छेत्र  हा I.अगर  सरलीकरण  भी  वह  नहीं  कर  सकते  तो  उन  से  किस  बात  की  उम्मीद की  JA  SAKTI   है .

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