Monday, March 7, 2016

एक और और झूट अथवा ...........


"शिक्षा मंत्री   के काफिले ने  टक्कर नहीं मरी.  .मंत्री ने जिले के एस. एस.पी. को एम्बुलेंस भेजने के लिए   कहा ." प्रश्न यह है की टक्कर मारने की सुचना मंत्री को किसने दी.?यदि किसी अनन्य ने टक्कर मIरी थी तो मंत्री महोदय को संवेदन शील होने के नाते रुकना था,स्थिति की जानकारी लेकर घटना स्थल से ही  सहायतार्थ   प्रबंध क़ियों नहीं किया.भागने की आवश्यकता कियो थी?.

शीघ्र ही मंत्री के तमाम कार के काफ्ले में शामिल व्हीकल को जाँच होनी चाहये.कोई हर्ज नहीं की अरुणाव गोस्वामी टाइम्स नाउ ,स्वपन दस प्रधान मंत्री के मित्र तथा रजत शर्मा इंडी टी.व् को जाँच का भर दिया जाये.ये महाशय सीआईए और फ.बी.ई से भी पैनी नज़र रखते हैं.

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