Tuesday, April 18, 2017

भैंस के आगे बीन बजाये-भैंस खड़ी पगुराय I

प्रिय सोनुनिगम साहेब .
सच तो यह है की अज़ान क्यों दी जाती और इनदिनों माइक का प्रयोग क्यों किया जाता है की बात उनसे की जाय जिस की समझ में आए Iआप की ही नहीं मुस्लमान भाईयों की नींद भी इस से हराम हो जाती है.हमारे मौलवी भाई साहेबान भी सच को बताने में डरते हैं,और दुरभाग्य से मालूमात भी नहीं है Iआप की नींद ख़राब होती हैIइस का कारण अज़ान नहीं है I आप की सोने और जागने की दिनचर्या है.१२ बजे रात को सोएंगे तो सुरजनिकलने के बाद ही उठे गए Iनमाज़ का समय इन दिनों पांच बजकर १० मिनट है I
दूसरी बात यह है की आप ने जितना माइक का इस्तेमाल किया है उसकीजरूरत आप से जियादह कोई नहीं जानता Iजैसे हर चीजों का नाजायज़ इस्तेमाल होता है वैसे माइक का भी Iजहाँ इस की जरुरत नहीं वहां हम भी करते हैंIआप ने तो इस के प्रयोग की इन्तहा करदी Iकितनो की नींद हराम करदी होगी Iवायु प्रदूषित किया होगा Iअज़ान को समझने के लिए मुस्लमान होना पड़ता हैIतब भी जमाना लगजए गा I इस की गरिमा को जान ने और समझण के लिये ,आप ने जावेद जमशेद का नाम जो अब नहीं रहे, सुना होगा आप के ही तरह सुर के ही भगवiन थे Iउन्होंने इस को छोड़ दिया Iदौलत अथाह को किनारे रख कर अज़ान के गोद में आ बैठे I वोह आप को अच्छा समझा सकते थे I अज़ान को कबीर  भी नहीं समझ सके I आवश्यक नहीं वह सब कुछ जानते I
अज़ान के बारे में मैं सिर्फ यह बता चाहता हूँ की क़ियामत के दिन हिसाब किताब होगा आप का भी हमरा भी Iमरने के बाद भी हम सभी को दोबारह जिन्दा किया जाये गा I जब आप से यह पूंछा जाएगा की दुनिआ में आप ने अल्लाह को छोड़कर एक खुदा को छोड़कर क्यों पूजा तो आप का उत्तर होगा हमें हमारे माँ और बाप ने यही बताया था I
“आप से सवाल होगा की अज़ान सुनी थी Iआप जवाब देंगे सुनी थी Iफिर सवाल होगा आप ने जाकर इस का मतलब और उद्देश्य  जानने का प्रयत्न किया थाI आप का उत्तर होगा की नहीं Iआवस्यकता नहीं समझी Iखुदा आप को समझाएं  -अल्लाहो-अकबर ALLAH IS GREAT,ALLAH IS GREAT .... कोईभी ,न आप, नादुकान ,न माकiन ,नही राजनीत,नही संगीत ,न ही नौकरी ,नस्वागत   ,न समारोह :अल्लाह सबसे बड़ा है Iआओ नमाज़ की तरफ ,मैं गवाही देता हूँ अल्लाह एक है,केवल वही  इबादत के लायक है,और मोहम्मद उसके रसूल हैं. नमाज़ की तरफ  आओ  Iयही भलाई है,यही भलाई है I” 
यह अज़ान हम सब को जहाँ तक अज़ान की आवाज जाती है जिन्नो को और सभी मखलूक को बुलाया जाता है Iअज़ान कोई शायरों का रदीफ़ और काफिआ नही Iयह अज़ान इंसान और जिन के क्लब को पाक बनाये रखने के लिए ही  दी जाती हैIअधिक जानकारीके मुझसे संपर्क करें


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