इस सदी में इस क्षेत्र में हज़ारों साल पुराने तीन
हज़ार से कही अधिक गाओं वीरान होचुके.न ही प्रधान
मंत्री ने ,न हीं #वर्तमान मुख्या मंत्री ने ,न ही #हरीश रावत ने देश को इस भयावह स्थिति से अवगत कराया I इन गाओं की पहाड़ों पर बनाई कृषि भूम (अभूतपूर्व )श्रम,सहनशीलता और जीने की कला का इतिहास प्रस्तुत करता
है I इन सभी सुन्दर घर जो लकड़ी और ेंट से बनाये गए ,में कोई भी रहने वाला नहीं Iयह देश के साथ सर्कार का विश्वाश घात है I
यह भी अजीब है की
#योगी जिस धरती पर पैदा हुए वहां ऐतिहासिक पलायन और मेरठ के किसी गाओं की झूटी पलायन की चर्चा ने उनेह ही
एक प्रान्त का प्रधान बना दियाI किन मुसलमान समुदाय ने उत्तराखंड में पलायन की प्रकिर्या का शुभारम्भ
किया? इस क्षेत्र को वीरान
देख कर दिल दहल जाता है I #मोदी के सपनो की ऐसी
तैसी हो रही है I और बड़े ख़ामोशी से
देशवाशी इस तांडव निरित्य में भागीदार होरहे हैं देख रहे हैं.किर्प्या #NDTV हिंदी द्वारा प्रस्तुत १९ मई कार्यक्रम को देखें.
देश भक्त #दूर दर्शन ,#राज्यसभा तथा #लोकसभा ने भी इसे छिपाये रखा है.#अमितशाह ,मोहन भगवत ने भी मुंह खोलने का पर्यास नहीं किया.

No comments:
Post a Comment