२२ वर्ष का #बीजेपी के आडम्बर युक्त कुशाशन
की हवा तो निकाल
दी गयी है .किया गुजराती
भाई ुउत्तर प्रदेश .के हIल के निकाय
चुनाव विजय से निर्देश लेंगे ? ऐसा कभी भी चुनाव का रुख नहीं रहा है.#बीजेपी
का यह अभिमान
और छूटा गुमान तो है ही गुजराती
भाईओं के बौद्धिक
क्षमताऔर स्मिता का मज़ाक और अपमान है .
कोई बेवकूफ
ही होगा जो उत्तर प्रदेश
की जीत से गुजरात की तुलना
करेगा .उत्तर प्रदेश की जीत गर यह तै करती है तो फिर पंजाब ,गोवा ,मणिपुर
,चित्रकूट को शामिल करलीजिए
. किया दिल्ली की आम पार्टी
की जीत ने देश के अंन्य स्थानों
में भी इनकी विजय को निर्धारित करेगी ?
मीडिया के
कतिपय कमीने कमज़र्फ संस्थाओं ने इस स्तर तक उतर जाते हैं." आप मुस्लमान पहले हैं
या हिंदुस्तानी(भारतीय) जैसे प्रश्नो ने देश
को बेमाने कटघरे में खड़ा करदिया “ .ऐसा बेहूदा मूल्यांकनअथवा
विश्लेषण हस्य्यास पद है .
गुजरात का चुनाव भी भविष्यवाणी कर रहा है की मोदी की कुर्सी
खिसक चुकी है . जैसा
तैसा निकाय चुनाव को वाटर लू युद्ध से जोड़ दिया .मीडिया असदुद्दीन
ओवैसी की जामात ऐमिम के ३६ जीत का वन्देमातरम
महिमा मंडल नहीं हुवा .कियों ?
किया उत्तर प्रदेश की निकायों की चुनाव प्रचार
सभी दलों ने गुजरात शारीखा
किया दर्शाता है ? उत्तर प्रदेश के समोसे
गुजरात में चखे जारहे हैं हैं . कोई अर्थ नहीं रखता .वर्त्तमान में देश के और मोदी सर्कार की रेफ़री
# आरएसएस यह तय करती है
की धर्म
का प्रचार जारी रक्खा
जाय . कांग्रेस नेता #राहुल गांधी ने मंदिरों
का दर्शन कर बीजेपी के धर्म बांड की हवा निकालदी
है.अब कौन आगे है कौन पीछे है? .पर भारतीय जनता पार्टी भाग भागती चली जा रही है. अब किया करे गी ?
#मोदी गुजरात
का विकाश मॉडल पर
किसने डाका डाला ? राहुल ,गाँधी हार्दिक
पटेल और
अन्य युवा नेताओं
की सेना ने DHAMAD
तो मचा
रक्खा है .

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