आदरणीय राष्ट्रपति जी
.अगर आप
को आकलैंड में ही नाक रगरणा था तो भारत से उत्तम और इस आचरण के लिए जरख़ेज़ सरज़मीं ब्रहम्मांड में
कहाँ है..पहले तो आप ने डॉक्टर मन मोहन साहब की कैबिनेट में नाक रगड़ी और फिर मोदी सरकार
ने भीकई औसर प्रदान किये .आप के इस नवीन अभ्यास
ने उत्तराखंड में राष्ट्रपति शासन के अंतर्गत राज्यपाल महोदय को भी
नाक रगरडने पर बाध्य करदिया है. इस देव भूम को जंगल की आग ने खण्ड खण्ड करदिया.के आप क्यों नहीं राज्यपाल
और उनके
पालक बी .जे .पी से पुंछते की ऐसा क्यों हुवा.?

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