माननीय प्रधान मंत्री
#नरेंद्र मोदी ने माना की देश ..के कगार पर खड़ा है.असम वासियों को सम्बोधित
करते हुए उस शक्ति का भी संकेत किया जो इस विडम्ना के लिए उत्तर दाई है.उनका इशारा
एक परिवार पर था.मैं समझता हूँ की उनका आशय संघ परिवार से था.देश का ऐसा परिवार जिसने इस की ऐसिकी तैसी कर
दी है.यह जब से संभव हुवा जब उनेह देश भक्ति
तथा राष्ट्र भक्ति और साथ में हिंदुत्वा का अंतर राष्रीय पेटेंट मिला.
भारत में दो सरकारें
हैं.एक वह सरकार जो देश के प्रति उत्तरदायी है किन्तु शक्ति बिहीन,दूसरी वह जो सरकार में नहीं और नहीं इस के प्रति
जवाबदे ,पर शक्तिशाली ! पहली
सरकार के नाक में दम कर दिया है. असहाय प्रधानमंत्री
पर तरस आता है.अब तो जहाँ कहाँ (J&K)भी
हाथ से जाने वाला है.चूँकि हम सरकार ट्वीट से चलाते हैं.i

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