प्रिया अखिल भारतीय
विद्द्यार्थी परिषद जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी.
आप को राष्ट्रीय सेवक
संघ और भारतीय जनता दल अपने हित के लिए इस्तेमाल कररही है.आप अवश्य अपनी दिशा से भटक
रहे है.भारतीय जनता पार्टी के मनिफिस्टो में देश भक्ति और देश द्रोह ही दो मुद्दे रहे
हैं.इन को बधायी हो
.आज हम ने सुश्री
इस्मिता ईरानी के जुबान से बहुत ही मधुर वाक्यांस
सुने .भारत माता /सरस्वती माता के बच्चों के मुख से सुन्दर /देश भक्तिनसे ओतप्रोत
भाषा बोलनी चाहिए .
मैं बहुत जोर शोर
से भारत माता कहूँ गा .यदि इन शब्दों को संविधान
में स्थान दे दिया जाये.मैं थोड़ा पढ़ा लिखा तो हूँ मुझे हिंदी साहित्य कार यह बताएं की भारत वर्ष का लिंग क्या है.स्त्री
है या पुरुष अथवा ...है.इंडिया शब्द का लिंग क्या है.मातृभूमि है तो पितृभूम कहाँ है.
मेरे अपने विचार राजनाथ
और ईरानी साहिबा से से तुच्छ तो नहीं हैं.नही मोहन भगवत से .हमें आप अपनी शब्दावली
कियों थोपना चाहते है.भारतीय जनता पार्टी की देशभक्ति बियापुम घोटालें ,राजश्थान और छत्तीसगढ़ में भरष्टाचार करने वाले क्या
राष्ट्र भक्ति नहीं है.भारत माता का
नारा देने वाले इस में नहीं हैं.देशभक्ति
की गहराई को इन्हे कौन समझाए गा. .
सुंदर अवसर है उत्तर प्रदेश में और कई प्रांतो में चुनाव
होने वाले हैं.इसका लाभ मिले गा.

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